तेज़ी से कर्ज़ मुक्त कैसे हो: जानिए आसान और असरदार तरीके
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में कर्ज़ यानी Loan लेना एक सामान्य बात हो गई है। चाहे वह पर्सनल लोन हो, होम लोन हो, क्रेडिट कार्ड का बिल हो या फिर एजुकेशन लोन. कर्ज़ की जकड़ में फंसना बहुत ही आसान आसान है. लेकिन इस जाल से बाहर निकलना उतना ही मुश्किल होता है। लेकिन अगर सही रणनीति अपनाई जाए, तो कर्ज़ से जल्दी और प्रभावी रूप से छुटकारा भी पाया जा सकता है। आज के इस आर्टिकल में हम कर्ज से जल्दी मुक्त होने के कुछ प्रभावी और आसान से तरीको के बारे में बात करेंगे।
1. अपनी कुल देनदारियों की सूची बनाएं
अपने कर्ज को जल्दी और आसान तरीके से कम करने के लिए सबसे जरुरी हैं यह जानना की आप पर कुल कितना और किस किस का कर्ज हैं। यदि आपको आपके कर्ज के बारे में सही जानकारी होगी तभी आप उसे अच्छे से मैनेज कर पाएंगे। अपने कुल कर्ज को जानने के बाद एक सूची बनाये जिस से आपको यह पता चलता रहे की अपने कितना किसका कर्ज उतर दिया हैं और कितना अभी देना बाकी हैं।
इसके साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना हैं की आपके किस कर्ज पर कितनी ब्याज दर लगती हैं. कुछ कर्ज ऐसे होते हैं जिन पर ब्याज दर कम होती हैं और कुछ ऐसे होते हैं जिन पर ब्याज दर ज्यादा होती हैं. आपको उन Loans को प्राथमिकता देनी हैं जिनकी ब्याज दर ज्यादा हैं;
कई बार हमारे फाइनेंसियल कंडीशनस ऐसी होती हैं कि हमारे बैंक अकाउंट में उपयुक्त राशि उपलब्ध नहीं होती हैं। इसकी वजह से हमारी EMI बाउंस होने के चान्सेस बढ़ जाते हैं। जब भी हमारी EMI बाउंस होती हैं तो हमारे ऊपर एक पेनेल्टी लगाई जाती हैं। इस पेनेल्टी से बचने के लिए हमेसा ध्यान रखे कि किस किस तारीख को आपकी EMI आपके बैंक अकाउंट से Deduct होती हैं।
आपको इस चीज का भी विशेष ध्यान रखना हैं कि हर महीने आपकी कितनी राशि कर्ज चुकाने में जा रही हैं। आपको आपकी किस्तों के हिसाब से ही अपने हर महीने के खर्च का बजट बनाना हैं। आप यदि आपका बजट कम रहता है तो आपको आपके खर्चो में कटौती करनी हैं न की आपकी EMI में.
2. सबसे महंगे ब्याज वाले कर्ज़ से शुरुआत करें
अलग अलग लोन अलग अलग ब्याज दर पर हमे पैसा देते हैं। कुछ लोन कम ब्याज दर लगते हैं जैसे की गोल्ड लोन और कुक बहुत ज्यादा ब्याज लगते हैं जैसे की क्रेडिट कार्ड्स। जिस लोन की ब्याज दर सबसे ज्यादा हैं उसे सबसे पहले चुकाने की कोशिश करें। इसे “डेब्ट एवेलांच मेथड” कहा जाता है।
इस से आपके पैसे भी बचेंगे और आप उन पैसो से कुछ और काम भी कर पाएंगे। बहुत सारे केसेस में देखा गया हैं की यदि आप इस मेथड का उपयोग करते हैं तो आपका कर्ज या देनदारी जल्दी ही कम हो जाती हैं .उदाहरण के तौर पर अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड (36% ब्याज) और पर्सनल लोन (14% ब्याज) है, तो आप पहले क्रेडिट कार्ड की राशि चुकाएं।
3. अतिरिक्त आमदनी का उपयोग कर्ज़ चुकाने में करें
यदि आपके पास इनकम के एक से ज्यादा सोर्सेज हैं तो आपको आपकी एक्स्ट्रा इनकम का उपयोग अपने कर्ज को उतारने में करना चाहिए। कई बार आपको बोनस, इन्सेन्टिव्स, टैक्स रिफंड आदि से अतिरिक्त आमदनी होती हैं तो आप उसे अपने निजी खर्चो के लिए इस्तेमाल न करें।
ऐसा करने से आपके मूलधन में जल्दी से कटौती हो जाएगी। कुछ ही समय में आपको आपका कर्ज कम होता नजर आने लगेगा। कर्ज कम होगा तो आपका दिमाग शांत रहेगा और आप अच्छे से अपना मन अपने काम में लगा पाएंगे और ज्यादा पैसा भी कमा पाएंगे।
4. गैरज़रूरी खर्चों को बंद करें
पैसा कामना जितना जरुरी हैं उतना ही जरुरी होता हैं पैसे को बचाना। इसीलिए आप जितनी मेहनत पैसा कमाने में लागते हैं उतनी ही मेहनत उसे बचाने में लगाए। डेली लाइफ में बहुत सारे ऐसे खर्चे होते हैं जिन्हे आप अवॉयड कर सकते हैं। जैसे की बाहर खाना, महंगे गैजेट्स, बेवजह शॉपिंग, OTT सब्सक्रिप्शन्स आदि। आपको इस तरह के खर्चो को कम करने की कोशिश करनी चाहिए और बचे हुए पैसो को कर्ज उतारने में इस्तेमाल करना चाहिए।
इसके साथ ही आपको आपका पैसा कॅश में ही खर्च करना चाहिए। जब हम पैसे को Digitally खर्च करते हैं तो हमे पता ही नहीं चलता हैं की हमने कितना खर्च कर दिया हैं। जो भी खर्च करें उसका हिसाब किताब जरूर लिखें। Shopping करते समय क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बिलकुल भी न करें। हमेशा ध्यान रखे : “हर बचाया हुआ रुपया, कमाए हुए रुपए के बराबर है।”
5. लोन को रीफाइनेंस या बैलेंस ट्रांसफर करें
फाइनेंस की भाषा में सबसे जरुरी होता हैं आपका सिबिल स्कोर का अच्छा होना। यदि आपका क्रेडिट या सिबिल स्कोर अच्छा है, तो आप अपने लोन को कम ब्याज दर पर रीफाइनेंस करवा सकते हैं या किसी और बैंक में बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। इस से आपकी किस्ते कम भी हो जाएँगी और किस्ते बाउंस भी नहीं होगी। इस से आपको दो फायदे होंगे – पहला आपका सिबिल स्कोर डाउन नहीं होगा और दूसरा आप पेनेल्टी से भी बच जायेंगे।
6. साइड इनकम शुरू करें
अगर आपकी रेगुलर इनकम कर्ज़ चुकाने के लिए पर्याप्त नहीं है, तो एक साइड इनकम सोर्स बनाएं। आप साइड इनकम के लिए इन्शुरन्स एजेंट, टूशन्स, फ्रीलांसिंग आदि काम कर सकते हैं। आपको कुछ समय के लिए अपने working hours को बढ़ाने की जरुरत हैं।
आप साइड इनकम के तौर पर ब्लॉग्गिंग या यूट्यूब चैनल भी शुरू कर सकते हैं। यदि आपको कोई प्रोफेशनल काम आता हैं तो आप अपने घर से ही किसी कंपनी के लिए वो काम कर सकते हैं। इसे आम भाषा में फ्रीलांसिंग कहा जाता हैं। आजकल ऑनलाइन टूशन्स भी बहुत ज्यादा ट्रेंड में हैं।
यदि आपको टीचिंग में थोड़ा बहुत भी इंटेरेसट है तो आप ऑनलाइन टूशन्स देकर भी साइड इनकम शुरू कर सकते हैं। जितनी ज्यादा इनकम होगी उतनी ही जल्दी आपकी कर्ज मुक्ति होगी। आपका हर छोटा प्रयास आपके लक्ष्य को जल्दी पूरा करने में मदद करेगा।
7. एक डेब्ट पेमेंट प्लान बनाएं
अपने करजको जल्द से जल्द ख़त्म करने के लिए जरुरी हैं की आप हर महीने तय करें कि किस कर्ज़ को कितना चुकाना है। इसके लिए आपको EMI की तारीखों को नोट करके रखना हैं।
इसके लिए आप अपने मोबाइल में रिमाइंडर या अपने केलिन्डर में डेट के लिए आप EMI की तारीख पर सर्किल कर सकते हैं। आपको हमेशा EMI पर ऑटो डेब्ट ऑप्शन को इनेबल रखना चाहिए ताकि कोई EMI बाउंस न हो।
तो दोस्तों ऊपर दिए गए आसान से स्टेप्स को अपनाकर आप अपने कर्ज को आसानी से कम कर सकते हैं।